समझ कर पढ़े
अपने बल पे लड़ती है अपनी जंग हर पीढ़ी
नाम से बुज़ुर्गों के अज़्मतें नहीं मिलतीं
इस नये ज़माने के आदमी अधूरे हैं
सूरतें तो मिलती हैं सीरतें नहीं मिलतीं -
मंज़र भोपाली
हर पीढ़ी को अपनी लड़ाई ख़ुद लड़नी पड़ती है.
बस उसमें इतिहास की समझ कुछ मददगार हो सकती है.
- टोनी बेन
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