उदयगिरि कि गुफाएं
उदयगिरी की गुफाएं...
जिला विदिशा..मध्य प्रदेश
ये गुफाएं मुख्यतः हिंदू गुफाएं हैं... वे उस समय का प्रतिनिधित्व करती है जब हिंदू धर्म का विकास हो रहा था एवम पुराण लिखे जा रहे थे । इन गुफाओं में पुराणों की कथाएं अंकित है। इन गुफाओं का निर्माण चंद्रगुप्त विक्रमादित्य जो गुप्त काल का राजा था, ने 5 सेंचुरी में कराया । कुछ गुफाएं कुमारगुप्त काल की है यानी की 6वी सताब्दी की। यही अंकित एक शिलालेख से उसके विजय अभियानों का पता चलता है।यहां मुख्यताः विष्णु की गुफाएं हैं । वराह अवतार का जिक्र अत्यंत ही उत्तम है। इसमें पृथ्वी को अपने दांतों पर उठाए वराह एवम नीचे शेषनाग का चित्र दर्शनीय है। वहां वराह की स्तुति में 49 मरुद्गन, 12 आदित्य, 11 रुद्र, 8 वशु , एवम 10 दिग्गपाल भी दर्शनीय है। शेषशाई विष्णु को भी उनके वहां गरुड़ के साथ उकेरा गया है। कार्तिकेय एवम महिषासुर मर्दिनी की गुफा भी दृष्टव्य है। शिव का एक लिंग भी दृष्टवय है जिसमे एक मुख भी है। इसके ठीक बगल से बेतवा नदी गुजरती है जो इस स्थान को और भी रमणीय बना देती है। यहां पहली बार देवनागरी लिपि का प्रयोग हुआ है।
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