अधीर रंजन निर्णय लेने वाले नहीं, हम लेते हैं फैसला…कांग्रेस सांसद के लिए ऐसा क्यों बोले खरगे?

मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि फैसला लेने वाले हम हैं, कांग्रेस पार्टी है, हाईकमान है. हम जो तय करेंगे उन्हें फॉलो करना होगा, अगर कोई फॉलो नहीं करता है तो वो बाहर जाएगा. अधीर रंजन चौधरी ने कहा था कि उन्हें ममता पर भरोसा नहीं है. वह बीजेपी में भी जा सकती हैं.

मई 18, 2024 - 11:52
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अधीर रंजन निर्णय लेने वाले नहीं, हम लेते हैं फैसला…कांग्रेस सांसद के लिए ऐसा क्यों बोले खरगे?

मुंबई में इंडिया अलायंस की प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक बड़ा बयान दिया. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि अधीर रंजन चौधरी फैसला लेने वाले नहीं हैं. फैसला हम लेते हैं. प्रेस वार्ता के समय उनसे पूछा गया कि ”ममता बनर्जी कहती हैं अगर इंडिया अघाड़ी की सरकार बनती है तो वह बाहर से सपोर्ट करेंगी, इस पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि वह ममता पर भरोसा नहीं करते. आगे जाकर वो बीजेपी के भी साथ जा सकती हैं”…इसके जवाब में खरगे ने कहा कि पहले तो ममता बनर्जी ने कहा कि वे बाहर से समर्थन करेंगी. बहुत सी पार्टियां ऐसा करती हैं. हाल ही में उनका एक और बयान आया है कि अगर सरकार बनती है तो वे सत्ता में शामिल हो जाएंगी. ममता बनर्जी गठबंधन के साथ हैं, ये स्पष्ट है. अधीर रंजन चौधरी निर्णय लेने वाले नहीं हैं. निर्णय लेने वाले हम हैं, कांग्रेस पार्टी है, हाईकमान है. हम जो तय करेंगे, उन्हें फॉलो करना होगा, अगर कोई फॉलो नहीं करता है तो वो बाहर जाएगा.

कोर्ट का फैसला भी मोदी के इशारे पर चलता है

खरगे ने कहा कि मेरा यही कहना है कि विश्वासघात की राजनीति हो रही है. विपक्ष को तोड़ा जा रहा है. असली दलों से उनका पार्टी निशान छीना जा रहा है. कोर्ट का फैसला भी मोदी के इशारे पर चलता है लेकिन इस बार चुनाव में ऐसा नहीं होगा. जनता लड़ रही है. जनता जीतेगी. लोगों में नाराजगी है. बीजेपी सरकार द्वारा एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर विपक्षी दलों को डराया जा रहा है, उन्हें तोड़ा जा रहा है. खरगे ने आगे कहा कि नरेंद्र मोदी सिर्फ लोकतंत्र की बातें करते हैं, लेकिन कभी लोकतंत्र के हिसाब से नहीं चलते. नरेंद्र मोदी की ‘तोड़-फोड़’ नीति का महाराष्ट्र एक अकेला उदाहरण नहीं हैं. पीएम मोदी की तोड़-फोड़ नीति का वार इससे पहले कर्नाटक, मणिपुर, गोवा, मध्य प्रदेश में देखा जा चुका है. उनकी इस नीति के खिलाफ हम सभी साथ मिलकर लड़ रहे हैं.

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