कोर्ट ने मनीष सिसोदिया की CBI रिमांड दो दिन बढ़ाई
कोर्ट ने मनीष सिसोदिया की CBI रिमांड दो दिन बढ़ाई; जमानत याचिका पर सुनवाई 10 मार्च को
मनीष सिसोदिया सीबीआई मुख्यालय से राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी के लिए निकल चुके हैं।
पेशी के लिए सीबीआई मनीष सिसोदिया को कोर्ट लेकर पहुंची।
अदालत में सीबीआई ने कहा है कि सिसोदिया जांच में सहयोग नहीं कर रहे। इस पर जज ने सीबीआई की केस डायरी मांगी है।
अदालत में वरिष्ठ वकील दयन कृष्णन सिसोदिया की पैरवी कर रहे हैं। वकील ने अदालत से गुजारिश की है कि वह पिछले आदेश के पेज नंबर 7 पर आएं जिसमें सेल्फ इंक्रीमिनेशन की बात की है। सीबीआई चाहती है कि सिसोदिया वो बोलें जो वो सुनना चाहती है। वकील ने कहा कि आप सीबीआई के रिमांड एप्लीकेशन को देखिए। हम पहले दिन जहां थे आज भी वहीं हैं। तब जज ने कहा कि हम देखेंगे कितनी चीजें कंफ्रंटेशन के लिए हैं।
सिसोदिया ने कहा कि रिमांड का आधार ये नहीं हो सकता कि हम तब तक वेट करेंगे जब वो अपना जुर्म कबूल नहीं कर लेते। एजेंसियों की नाकामी रिमांड देने की वजह नहीं हो सकती।
जज ने सिसोदिया के वकील से कहा कि सीबीआई का कहना है कि उन्हें कुछ दस्तावेज तलाशने हैं जो मिसिंग हैं और दो लोगों के साथ आमना-सामना कराना है। इस पर सिसोदिया के वकील ने कहा, मुझे कस्टडी में रखकर जो दस्तावेज नहीं मिल रहे थे वो क्या मिल जाएंगे? यह रिमांड का आधार नहीं हो सकता।
सिसोदिया के वकील ने दलील दी कि रिमांड असाधारण है। आपके पास 15 दिन हैं इसका मतलब ये नहीं कि कोर्ट 15 दिन दे देगी। अदालत को इस ओर ध्यान देना होगा कि आखिर रिमांड का सही कारण क्या है?
अदालत ने मनीष सिसोदिया की जमानत पर 10 मार्च तक फैसला सुरक्षित रख लिया है। इस पर 10 मार्च को दोपहर 2 बजे सुनवाई होगी। वहीं सिसोदिया की रिमांड पर कुछ देर में फैसला आएगा। राउज एवेन्यू कोर्ट ने मनीष सिसोदिया की सीबीआई रिमांड को दो दिन और बढ़ा दिया है। सीबीआई ने अदालत से मनीष सिसोदिया को तीन और दिनों के लिए रिमांड पर देने की मांग की थी।
आम आदमी पार्टी से सांसद संजय सिंह ने कहा कि केंद्र की सरकार दिल्ली के बच्चों को अशिक्षित रखना चाहती है। दिल्ली वालों को अस्वस्थ रखना चाहती है। यही कारण है कि दिल्ली के क्षेत्र में क्रांतिकारी काम कर रहे स्वास्थ मंत्री सत्येंद्र जैन और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को जेल में भेज दिया है। लेकिन आम आदमी पार्टी केंद्र सरकार से डरने वाली नहीं है। हम इसका विरोध करेंगे। प्रदर्शन आगे भी चलता रहेगा।
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