एक नज़र इधर भी
अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य पश्चिमी देश ऑस्ट्रेलिया को एशिया-प्रशांत का यूक्रेन बनाने पर आमादा हैं. यह चित्र बता रहा है कि किस तरह चीन को उकसाने की कोशिश हो रही है. परसों ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री पॉल कीटिंग से एक इंटरव्यू में पूछा गया कि उन्हें क्यों लगता है कि चीन ऑस्ट्रेलिया के लिए ख़तरा नहीं है, तो उन्होंने जवाब दिया कि क्योंकि उनके पास दिमाग़ है. उन्होंने ऑकस (ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और अमेरिका) के परमाणु पनडुब्बी सौदे को इतिहास का सबसे घटिया सौदा बताया है. ऑस्ट्रेलिया का मीडिया, जिस पर रूपर्ट मर्डोक का लगभग एकाधिकार है, उन्माद का माहौल बना रहा है.
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