नैकरीयाँ
ऐसी रिपोर्ट से घबराने की ज़रूरत नहीं है. नये तरह के अवसर बढ़ेंगे. हमें उसकी तैयारी करनी होगी. बच्चों को तकनीक और कौशल का शिक्षण-प्रशिक्षण हो, उन्हें भविष्य के हिसाब से तैयार किया जाए. जो आज की स्कूली व्यवस्था है और माता-पिता एवं शिक्षकों की बेपरवाही है, वह घातक है. पहले ही दो पीढ़ी की लग चुकी है और तीसरी की लगने वाली है. अगर हमें भविष्य में कमाना है, तो हमें भविष्य में रहना होगा.
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