मोहन भागवत बोले- पाकिस्तान के लोग खुश नहीं, वे विभाजन को गलती मानते हैं
राष्ट्रीय स्वयंसेवक के सरसंघचालक मोहन भागवत ने भारत और पाकिस्तान के विभाजन को कृत्रिम बताया है। उन्होन कहा अपनी हठधर्मिता के कारण भारत से अलग हो कर पाकिस्तान में दुख है।
भोपाल में अमर बलिदानी हेमू कालानी जन्म-शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख भागवत ने कहा, इतिहास में है कि भारत व पाकिस्तान का विभाजन कृत्रिम है।
भोपाल में अमर बलिदानी हेमू कालानी जन्म-शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख भागवत ने विभाजन पर अपने बात को बताते हुए कहा कि जिसने भारत पाकिस्तान का सीमांकन किया था, उसने कहा था कि मैं इसका एक्सपर्ट नहीं हूं, मैं नहीं जानता कि कैसे करना है, मेरे पास समय भी नहीं था। जो मैने किया है, वह मैं भी नहीं जानता हूं।
उन्होंने आगे कहा कि आज जिसको हम पाकिस्तान कहते हैं, उसके लोग कह रहे हैं कि गलती हो गई। भागवत बोले, अपनी हठधर्मिता के कारण भारत से अलग हो गए, संस्कृति से अलग हो गए. क्या वे सुख में हैं? आरएसएस चीफ ने आगे कहा कि भारत में सुख है और पाकिस्तान में दुख है। अपनी संस्कृति से अलग हो गए, पूर्वजों का नाता तोड़ के उन्हें भुला दिया, ऐसे जीवन में जिन्होंने प्रवेश किया और भारत से अलग हो गए। भागवत ने कहा कि जो सही है, वह टिकता है। जो गलत है, वह आता है और जाता है।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होनें कहा कि अखंड भारत सत्य है, खंडित भारत दु:स्वप्न है। आरएसएस चीफ ने कहा कि भारत से अलग होने के सात दशक बाद भी पाकिस्तान में दुख है, जबकि भारत में सुख है।
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