कविता

मार्च 23, 2023 - 14:10
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कविता

आदमी के छोटेपन से ज़्यादा छोटा

और कुछ नहीं हो सकता...

अपने को बड़ा रखने की

 छोटी-से-छोटी कोशिश भी

 दुनिया को बड़ा रखने की कोशिश है

 कुँवर नारायण ???? कविता

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