गणतंत्र दिवस
हम भारतीयों को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र होने का गर्व है और होना भी चाहिए.. इसके साथ ही हम इस पर भी गर्व करें कि हम किसी प्रक्रिया के जरिये नहीं, बल्कि मूल रूप से लोकतंत्र हैं। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम संदेश में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू जी ने यह जो रेखांकित किया कि हमारे संविधान ने एक स्वाधीन लोकतंत्र के नागरिक के रूप में हम सब को कुछ अधिकारों के साथ जिम्मेदारी भी प्रदान की है उस पर विशेष ध्यान दिया जाना समय की मांग है। जिम्मेदारी की यह भावना केवल न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के मूलभूत लोकतांत्रिक आदर्शो के प्रति प्रतिबद्ध रहने को ही नहीं कहती, बल्कि यह भी अपेक्षा रखती है कि गण के तंत्र के रूप में हम परिपक्व नागरिकों सरीखा व्यवहार करें..!
इससे इन्कार नहीं कि एक गणतंत्र के रूप में हम वह सब कुछ हासिल नहीं कर सके हैं जो हमारे साथ ही स्वतंत्र हुए अनेक देशों ने हासिल कर लिया है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि हम अपनी तमाम उपलब्धियों की अनदेखी कर दें।
व्यक्ति, समाज और राष्ट्र तभी सही दिशा में आगे बढ़ते हैं जब वे सकारात्मक भाव से लैस होकर आगे बढ़ते हैं। यही भाव हर तरह की समस्याओं के समाधान की कुंजी प्रदान करता है।
*गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं * ????????
(क्लिक :इंडिया गेट, एक शाम) ????????
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