सुप्रीम कोर्ट ने मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न कर घुमाने के मामले में संज्ञान लिया
सुप्रीम कोर्ट ने मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न कर घुमाने के मामले में संज्ञान लिया है। कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकारों से कहा है कि आपके पास कार्रवाई के लिए थोड़ा समय है। कार्रवाई नहीं हुई तो कोर्ट द्वारा एक्शन लिया जाएगा।
मणिपुर (Manipur video) में दो महिलाओं को नग्न कर घुमाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। CJI (Chief Justice of India) डीवाई चंद्रचूड़ ने सड़क पर नग्न महिलाओं का परेड कराए जाने पर चिंता जताई और सरकार से कार्रवाई करने के लिए कहा।
डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि ऐसी घटना बिल्कुल स्वीकार्य नहीं हो सकती। कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकार को तत्काल कदम उठाने और इसके बारे में अदालत को जानकारी देने के लिए कहा। कोर्ट ने कहा, "हम कार्रवाई करने के लिए सरकार को थोड़ा समय देते हैं अगर जमीन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो हम एक्शन लेंगे। बेंच में जस्टिस पी एस नरसिम्हा और जस्टिस मनोज मिश्रा भी शामिल थे।
डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा, “अगर सरकार कार्रवाई नहीं करती है तो हम करेंगे। यह वक्त सरकार का है कि वह आगे आए और कार्रवाई करे। संवैधानिक लोकतंत्र में यह बिल्कुल अस्वीकार्य है। यह बहुत ही परेशान करने वाली घटना है। सांप्रदायिक लड़ाई में महिलाओं को एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल करना संवैधानिक का सबसे बड़ा अपमान है। राज्य और केंद्र सरकार बताएं कि क्या कार्रवाई की गई। नहीं तो कोर्ट द्वारा कदम उठाए जाएंगे। हम इस मामले में 28 जुलाई को सुनवाई करेंगे।”
मणिपुर में महिलाओं को नग्न कर घुमाने की घटना 4 मई को कांगपोकपी जिले में हुई थी। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पूरे देश में आक्रोश फैल गया। मणिपुर में भी तनाव बढ़ गया है। वीडियो सामने आने के बाद मणिपुर पुलिस एक्शन में आई है और मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को फोन किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री को घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने इस घटना पर कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
आपकी प्रतिक्रिया क्या है?