बंद होने के कगार पर वोडाफोन आइडिया

देश की तीन प्रमुख टेलिकॉम कंपनियों में शामिल वोडाफोन आइडिया बंद होने के कगार पर पहुंच चुकी है। कंपनी का कर्ज 2.3 लाख करोड़ के ऊपर है और कहीं से फंड मिलने की संभावना नहीं है।

मार्च 27, 2023 - 21:43
 0  27
बंद होने के कगार पर वोडाफोन आइडिया

भारी कर्ज में डूबी टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) की मुश्किल बढ़ती जा रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक टेलिकॉम सेक्टर में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच वोडाफोन आइडिया संकट में फंसती दिख रही है। बढ़ते कर्ज के साथ जरूरी राशि जुटाने में देरी के बीच कंपनी बढ़ती प्रतिस्पर्धा से उत्पन्न फैक्टर्स के कारण ऑपरेशन भी बंद कर सकती है। घरेलू ब्रोकरेज कंपनी कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज (Kotak Institutional Equities) ने सोमवार को एक रिपोर्ट में यह दावा किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि महंगाई दर के आरबीआई के संतोषजनक स्तर से ऊपर रहने के बीच टेलिकॉम कंपनियां अगले साल आम चुनाव के बाद संभवत: जून 2024 में शुल्क दरें बढ़ाना शुरू करेंगी। टैरिफ रेट में बढ़ोतरी के बिना वोडाफोन आइडिया जरूरी निवेश और 5जी सेवाएं शुरू नहीं कर पाएगी। इससे कंपनी के ग्राहकों की संख्या और घटेगी तथा इससे पूंजी जुटाने की योजना को हकीकत रूप देना मुश्किल होगा।

अगर कंपनी ने निवेश नहीं किया, तो उसकी बाजार हिस्सेदारी घटती जाएगी। रिपोर्ट के मुताबिक, ‘हमारे अनुमान के अनुसार, वोडाफोन आइडिया को अगले 12 माह 5,500 करोड़ रुपये की नकदी की कमी का सामना करना पड़ सकता है और दरें नहीं बढ़ने या पूंजी जुटाने में देरी से उसे अपना परिचालन भी बंद करना पड़ सकता है।’ ब्रोकरेज कंपनी ने वोडाफोन आइडिया की रेटिंग भी निलंबित कर दी है। उसने साफ किया है कि 2.3 लाख करोड़ रुपये से अधिक कर्ज और बाजार हिस्सेदारी में कमी की आशंका को देखते हुए कोष जुटाना कंपनी के लिए टेढ़ी खीर है। कंपनी के शेयर की कीमत सोमवार को कारोबार के दौरान छह रुपये रह गई जो इसका 52 हफ्ते का न्यूनतम स्तर है।

रिपोर्ट के अनुसार, इससे बाजार में केवल दो कंपनियां रिलायंस जियो (Reliance Jio) और भारती एयरटेल (Bharti Airtel) रह जाएंगी। इस कारण लॉन्ग टर्म में दो कंपनियों के एकाधिकार की स्थिति को लेकर चिंता है। ब्रोकरेज कंपनी के अनुसार, टेलिकॉम कंपनियों के आम चुनाव के बाद ही जून, 2024 में शुल्क दरें बढ़ाने की संभावना है। इसका कारण रिटेल महंगाई के आरबीआई के संतोषजनक दायरे से ऊपर होना तथा राज्यों में होने वाले चुनाव हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, ‘टैरिफ रेट्स में बढ़ोतरी में देरी से वोडाफोन आइडिया पर प्रतिकूल असर पड़ेगा और उसका बाजार में टिके रहना कठिन होगा। इससे दो कंपनियों के एकाधिकार की स्थिति पैदा होगी। इसमें कहा गया है कि वोडाफोन आइडिया को 4जी दायरा बढ़ाने और 5जी सेवाएं शुरू करने के लिए निवेश बढ़ाने की जरूरत है।

आपकी प्रतिक्रिया क्या है?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow