एन सी आर टी के पाठ्यक्रम में फेरबदल
NCERT से मुग़ल साम्राज्य को हटाना सही या गलत ?
NCERT द्वारा पाठ्यक्रम कम किये जाने को लेकर की जा रही कवायद के दौरान कक्षा 12 इतिहास की किताब से 'शासक और विभिन्न इतिवृत्त- मुगल दरबार' पाठ को हटाने को लेकर बहस जारी है.
लेकिन आप पहले के पाठ्यक्रम को देखें और उसमें से हटाए गए पाठों को देखें तो आप बेहतर समझ पाएंगे.
कक्षा 12 में इतिहास की तीन किताबें हैं:-
A. भारतीय इतिहास के कुछ विषय -भाग- I प्राचीन भारत की इस किताब में 4 अध्याय थे और उनमें से कोई भी अध्याय नहीं हटाया गया है, जबकि पाठ-3 में महाभारत और जाति प्रथा से सम्बंधित कुछ ऐसे उद्धरण हैं जो लैंगिक-जातिगत भेदभाव के बारे में बहुत बेहतर लिखे गए हैं.पर आप राजनीतिक पार्टियों के विचारधारात्मक पक्ष को जानते हैं तो समझ पाएंगे कि वो दक्षिणपंथी राजनीतिक विचारधारा के अनुकूल नहीं हैं लेकिन वो सामग्री ज्यों की त्यों है.
B. भारतीय इतिहास के कुछ विषय - भाग-II मध्यकालीन भारत की इस किताब में 5 अध्याय थे और उसमें से 'शासक और विभिन्न इतिवृत्त- मुगल दरबार' को हटाया गया है. ????लेकिन इसमें पहला अध्याय है 'यात्रियों के नजरिए'.. इसमें मुख्यतः अल-बेरुनी, इब्नबतूता और बर्नियर का विवरण है तो जाहिर है ज्यादातर विवरण सल्तनत-मुगल काल का ही है ???? दूसरा अध्याय है भक्ति-सूफी परम्परायें इसका भी अधिकांश हिस्सा इस्लामिक परम्पराओं और सूफीवाद के बारे में है, लास्ट में कुछ हिस्से में कबीर, नानक और मीराबाई का विवरण है. ????तीसरा अध्याय 'विजयनगर साम्राज्य' जिसमें विजयनगर के हिन्दू शासकों का विवरण है. ????चौथा अध्याय 'किसान,जमींदार और राज्य-कृषि समाज और मुगल साम्राज्य' भी मुगलकाल का ही अध्याय है. ????पाँचवां अध्याय 'शासक और विभिन्न इतिवृत्त- मुगल दरबार' जो कि मुगलकाल से सम्बंधित है. मुगलकाल से सम्बंधित दो अध्याय थे तो एक हटा दिया ... नहीं तो कौनसा हटाते ?
C. भारतीय इतिहास के कुछ विषय भाग-III आधुनिक भारत की इस किताब में 6 अध्याय थे- 1. उपनिवेशवाद और देहात 2.विद्रोही और राज (1857 का विद्रोह) 3.औपनिवेशिक शहर 4. महात्मा गांधी और राष्ट्रीय आंदोलन 5.विभाजन को समझना 6.संविधान निर्माण
इनमें से औपनिवेशिक शहर और भारत विभाजन वाले दोनों पाठ हटा दिए गए हैं. अब आप बताएं कि आपको 30% सिलेबस कम करना होता तो कौनसे पाठ हटाते ? नए सिरे से पाठ्यक्रम निर्माण नहीं हुआ है सिर्फ कटौती हुई है. नए पाठ्यक्रम का जो निर्माण किया जाएगा वो सत्र 2024-25 और 2025-26 तक लागू होगा...
जिसमें पूर्णतः पाठ्यपुस्तकों में बदलाव किया जाएगा जैसे कि पिछली बार NCERT ने 2005-06 में किया था.. उसके पहले की बुक्स को हम सामान्यतः Old NCERT व बाद वाली New NCERT कहते हैं.
तब निश्चित ही बहुत कुछ नया एड होने और बहुत कुछ हटाये या बदले जाने का अनुमान है. लेकिन अभी ये सामान्य प्रक्रिया के तहत कुछ चैप्टर्स को डिलीट कर विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम को कम किये जाने का ही प्रयास नजर आ रहा है.
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