शारदीय नवरात्रि का प्रारंभ आज से, जानिए भगवान राम का क्या है दुर्गा पूजा से कनेक्शन?
शारदीय नवरात्रि का प्रारंभ आज से, जानिए भगवान राम का क्या है दुर्गा पूजा से कनेक्शन?
शारदीय नवरात्रि का प्रारंभ आज से हो गया है, आदिशक्ति के नौ दिनों की पूजा करने से भक्त की हर इच्छा पूरी होती है और घर में सुख-शांति का वास होता है। मां के शरण में जाने वाला हर इंसान काफी सुखी रहता है। आपको बता दें कि हमारे देश में नवरात्रि का पर्व तीन बार मनाया जाता है।
चैत्र नवरात्रि गुप्त नवरात्रि शारदीय नवरात्रि इनमें से गुप्त नवरात्रि तो साधकों के लिए है लेकिन चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि का त्योहार गृहस्थ जातक मनाते हैं। लोगों में मन में हमेशा ये प्रश्न रहता है कि आखिर दोनों नवरात्रि में क्या अंतर है? दोनों ही नवरात्रि में मां दुर्गा की ही पूजा होती है तो इसका सीधा सा जवाब ये है कि दोनों ही नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा होती है, चैत्र माह की नवरात्रि से हिंदू नववर्ष प्रारंभ होता है तो वहीं इसी दिन आंध प्रदेश, तेलांगना और कर्नाटक में 'उगादि' का पर्व मनाया जाता है। इस नवरात्रि में मां की अराधना करने से इंसान मानसिक रूप से मजबूत होता है तो वहीं इसी महीने की नवमी में प्रभु श्रीराम का जन्म हुआ था, इसे 'राम नवमी' कहते हैं।
तो वहीं दूसरी ओर शारदीय नवरात्रि में भी मां के नौ रूपों की पूजा होती है, बंगाल में इसे 'दुर्गा पूजा' कहा जाता है तो वहीं गुजरात में लोग इसे 'गरबा' कहते हैं। माना जाता है कि मां दुर्गा ने महिषासुर राक्षस के साथ 9 दिनों तक युद्ध किया था और उसका मारा था और इसी कारण मां दुर्गा को 'महिषासुर मर्दिनी' भी कहते हैं। कहते हैं इस नवरात्रि में मां को पूजने से इंसान को सारे तरह से सुख की प्राप्ति होती है।
चैत्र नवरात्रि की नवमी के दिन भगवान राम का जन्म माना जाता है तो वहीं शारदीय नवरात्रि के समाप्त होने के अगले दिन 'दशहरा' मनाया जाता है क्योंकि माना जाता है कि भगवान राम ने स्वयं शक्ति को नौ रूपों की पूजा करने के बाद ही रावण का अंत किया था। इसलिए दशहरा को 'विजयदशमी' के रूप में मनाया जाता है, जो कि बुराई पर अच्छाई की जीत है।
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