धरती को मिला एक और चांद, 2100 साल से था पृथ्‍वी के करीब, अब खोजा गया

हमारे ग्रह धरती को मार्च 2023 में एक और चांद मिल गया है. वैज्ञानिकों के मुताबिक, ये 2100 साल से पृथ्‍वी के काफी करीब था, लेकिन इसका पता अब लगाया जा सका है. सबसे बड़ी बात ये चांद धरती और सूरज दोनों के चक्‍कर लगाता है.

जून 7, 2023 - 21:18
 0  23
धरती को मिला एक और चांद, 2100 साल से था पृथ्‍वी के करीब, अब खोजा गया

आपको अब तक अगर यही पता था कि धरती का सिर्फ एक चांद है तो अपनी जानकारी को बेहतर कर लीजिए. दरअसल, वैज्ञानिकों को फरवरी 2020 के बाद मार्च 2023 में धरती का एक और चांद मिल गया है. वैज्ञानिकों के मुताबिक, उन्‍होंने एक एस्‍टेरॉयड एफडब्‍ल्‍यू-13 को खोजा है. इसे क्‍वासी मून माना जाता है. ये क्‍वासी मून धरती और सूर्य दोनों का चक्‍कर लगाता है. इसलिए वैज्ञानिक इसे धरती का दूसरा चांद कह रहे हैं. पैन स्‍टार्स (Pan-STARRS) ने इस क्‍वासी मून का सबसे पहले पता लगाया था. बाद में कनाडा फ्रांस हवाई टेलीस्‍कोप और अमेरिका के एरिजोना की दो आब्जर्वेटरीज ने भी इसकी पुष्टि कर दी.

वैज्ञानिकों का अनुमान है कि ये क्‍वासी मून 50 फीट (15 मीटर) का है. इंटरनेशन एस्‍ट्रॉनॉमिकल यूनियन ने 1 अप्रैल को इसे आधिकारिक तौर माइनर प्लैनेट सेंटर में सूचीबद्ध कर दिया. ये यूनियन वैज्ञानिकों की एक टीम है, जो नए ग्रहों और दूसरे आकाशीय पिंड का नाम रखती है. बता दें कि एफडब्‍ल्‍यू-13 धरती का अकेला क्‍वासी मून नहीं है. साल 2016 में भी एक अन्‍य क्‍वासी मून कामो-ओलेवा को खोजा गया था. इसके बाद फरवरी 2020 में भी एक कार के बराबर बड़े धरती के अस्‍थायी चांद को भी खोजा गया था.

लाइव सांइस की एक रिपोर्ट का कहना है कि मार्च 2023 में खोजा गया क्‍वासी मून 2100 साल से धरती के करीब चक्‍कर लगा रहा था. यही नहीं, ये क्‍वासी मून अभी 1500 साल तक धरती का चक्कर लगाता रहेगा. इसके बाद ये पृथ्वी की कक्षा से दूर चला जाएगा. वैज्ञानिकों का कहना है कि इस क्‍वसी मून से हमारे ग्रह को किसी तरह का खतरा नहीं है. उन्‍होंने साफ किया है कि क्‍वासी मून धरती के काफी करीब होने के बाद भी हमारे ग्रह से टकराव के रास्ते पर चक्‍कर नहीं लगा रहा है.

एक स्टडी के मुताबिक, ये क्‍वासी मून धरती के चांद का टुकड़ा भी हो सकता है. वैज्ञानिकों ने बताया है कि ये क्‍वासी मून जिस कक्षा में चक्‍कर लगा रहा है, उसके आधे रास्ते में मंगल और आधे में शुक्र ग्रह हैं. क्‍वासी मून एफडब्‍ल्‍यू-13 सूर्य के चक्कर उतने ही समय में लगाता है, जितने समय में पृथ्वी लगाती है. साथ ही ये पृथ्वी का चक्कर भी लगाता रहता है. ये क्‍वासी मून धरती के बजाय सूर्य के गुरुत्वाकर्षण से बंधा हुआ है. इसी वजह से सूर्य इसे अपनी ओर खींच रहा है. इसीलिए इसे क्‍वासी कहा जाता है. वहीं, चंद्रमा पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण से बंधा होता है.

आपकी प्रतिक्रिया क्या है?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow