प्रद्योत देबबर्मा त्रिपुरा की जंग में बन सकते है किंगमेकर!
प्रद्योत देबबर्मा की दो साल पुरानी पार्टी ने आदिवासियों के हकों के लिए राज्य में आक्रामक अभियान चला रखा है।
प्रद्योत त्रिपुरा के राजशाही परिवार के प्रमुख हैं प्रद्योत त्रिपुरा के राजशाही परिवार के प्रमुख हैं।
इनका जन्म चार जुलाई 1978 को दिल्ली में हुआ। प्रद्योत त्रिपुरा के 185वें राजा किरीट बिक्रम किशोर देबबर्मा और महारानी बीहूबी कुमारी देवी के बेटे हैं। प्रद्योत की पढ़ाई शिलॉन्ग में हुई है। प्रद्योत के पिता राजा किरीट बिक्रम किशोर देबबर्मा तीन बार लोकसभा के सांसद और मां दो बार विधायक रह चुकी हैं। प्रद्योत 2019 तक कांग्रेस में थे। अब वे अलग पार्टी बनाकर मैदान में हैं।
उत्तर पूर्वी राज्य त्रिपुरा में इस सप्ताह के अंत में विधानसभा चुनाव होना है।
टिपरा मोथा पार्टी के चीफ हैं
प्रद्योत देबबर्मा टिपरा मोथा पार्टी (टीएमपी) के प्रमुख प्रद्योत बिक्रम माणिक्य देब बर्मा आदिवासियों के लिए अलग से 'ग्रेटर टिपरालैंड' राज्य की मांग कर रहे हैं। इस मामले को लेकर वह चुनावी मैदान में उतरे हैं। जो इस समय त्रिपुरा में काफी बड़ा मामला बन गया है। प्रद्योत बिक्रम माणिक्य देबबर्मा की टीएमपी त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (टीटीएएडीसी) को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग करती रही है।
उत्तर पूर्वी राज्य त्रिपुरा राज्य में बीजेपी सत्ता में है। जिसके सामने अपना सिंहासन बचाने की चुनौती है। तो वहीं दूसरी ओर वाम दल सत्ता में फिर से वापसी करने की कोशिश कर रहा है। इसी सब के बीच राज्य में एक नया चेहरा उभर है। ये नया चेहार पूर्व शाही वंशज प्रद्योत बिक्रम माणिक्य देबबर्मा हैं। माना जा रहा है कि, वह इस चुनाव में किंगमेकर की भूमिका निभा सकते हैं।
इसका असर ये है कि वे राज्य में आदिवासियों के सबसे मजबूत नेता बनकर उभरे हैं। पार्टी ने 42 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। पार्टी ने 20 उम्मीदवार आदिवासी आरक्षित सीटों पर और शेष सामान्य और अनुसूचित जाति आरक्षित सीटों पर उतारे हैं। 2019 में कांग्रेस से अलग होने के बाद प्रद्योत बिक्रम माणिक्य देबबर्मा ने 'ग्रेटर टिपरालैंड' की मांग रखते हुए अलग पार्टी बना ली। इसका नाम टिपरा मोथा रखा।
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