युवा वर्ग को ठोस सलाह
आज वित्त वर्ष २०२३-२४ का पहला दिन है. इस अवसर पर युवा साथियों (निम्न आय वाले या निम्न आय वर्ग के) के लिए कुछ ठोस सलाह-
- कुछ भी बचत ज़रूरी है. हमारे देश में वेतनभोगी वर्ग में ५० हज़ार से अधिक मासिक कमाने वालों का हिस्सा मात्र एक प्रतिशत है तथा २५ हज़ार मासिक कमाने वालों का हिस्सा केवल १० प्रतिशत है. इसका मतलब यह है कि बहुत से लोगों की कमाई बहुत कम है और रहेगी. तो उसी में से बचत का हिसाब बनाना होगा.
- - एसआईपी सबसे अच्छा उपाय है. तमाम जानकारियों के बाद भी हमारे देश में बहुत कम लोग एसआईपी के ज़रिये निवेश करते हैं. जो करते हैं, वे भी महीना में ढाई-तीन हज़ार डालते हैं. यह आँकड़ा कई साल से यहीं अँटका पड़ा है. पिछले कुछ समय से रिटर्न भी नहीं है. उससे निराश नहीं होना चाहिए. जितना हो सके, एक-दो-तीन हज़ार हर माह डालना चाहिए.
- - स्टॉक मार्केट से दूरी है ज़रूरी. शेयर बाज़ार में एकाध फ़ीसदी ही फ़ायदे में होते हैं, सो हाथ क्यों जलाना! मन हो, तो समझदारी से खेलें. - चक्रवृद्धि ब्याज़ यह तो हम सबने सुना है कि जीवन में जो अच्छा है, वह चक्रवृद्धि ब्याज़ से आता है- स्वास्थ्य, संबंध, मित्रता, करियर, प्रसिद्धि, कामयाबी, धन. इसलिए निवेश में धैर्य और निरंतरता सबसे महत्वपूर्ण हैं. - अपना सीवी बेहतर करें.
- अपने काम में अच्छा कर, अधिक काम कर, अलग अलग काम कर, सीख कर जो बनता है, वही टिकट है- स्मॉल टिकट हो या बिग टिकट. उसे सबसे बढ़िया विज़िटिंग कार्ड भी कहा जाता है.
- - सतही, सस्ते और मुफ़्त से बचें. जो भी मुफ़्त में उपलब्ध है, जैसे ब्लू फ़िल्में, रील्स, जो भी सस्ते में मिले, जैसे घटिया शराब और जो भी सतही हो, जैसे कुंजी टाइप किताबें, लिख कर हवा में उड़ाने वाले लेखन - यह सब से ऐसे बचें, जैसे कोई भयावह कैंसर वायरस हो. - समय महत्वपूर्ण है, उसे सहेजें.
- समय के सामने बाक़ी सब की क़ीमत कमतर है, बल्कि समय ही है, जो है. इसलिए पाँच मिनट भी फ़ालतू ना गँवाये. - स्वयं और परिवार के बाद बाक़ी सब आता है. इस पर क्या बताना-कहना है!
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