मोबाइल फटा, बुजुर्ग का शरीर टुकड़े-टुकड़े हो गया
मोबाइल फोन बम की तरह फट सकता है। यह बात हम सब जानते हैं। इसके बावजूद कोई न कोई गलती कर ही देते हैं।
27 फरवरी को उज्जैन से 40 किमी दूर बड़नगर में 68 साल के बुजुर्ग की मौत मोबाइल फटने से हो गई। दयाराम बारोड़ घर में चार्जिंग पर लगे मोबाइल फोन पर बात कर रहे थे। इसी दौरान उसमें ब्लास्ट हुआ।
जिससे बुजुर्ग के सिर से लेकर सीने तक के चीथड़े उड़ गए। एक हाथ भी पूरी तरह उड़ गया। घटनास्थल पर पुलिस को कोई विस्फोटक या ज्वलनशील सामग्री नहीं मिली है। ओप्पो कंपनी का मोबाइल फोन डिस्मेंटल कंडीशन में मिला है। बिजली पॉइंट भी पूरी तरह जला हुआ था।
बैटरी की वजह से ज्यादातर मोबाइल फोन फटते हैं। बैटरी के फटने का सबसे बड़ा कारण हीट यानी गर्मी है। अब आप सोच रहे होंगे कि बैटरी गर्म होने का रिलेशन मौसम से है, तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। दरअसल, किसी भी कारण से अगर बैटरी का टेम्प्रेचर बढ़ता है और बैटरी ज्यादा गर्म होती है, तब फोन फटने के चांसेज होते हैं।
मोबाइल फोन फटने के 3 कारण
1. बैटरी गर्म हो जाए, फूल जाए या उसमें कोई गड़बड़ी हो जाए।
2. मोबाइल में शॉर्ट सर्किट हो जाए।
3. मोबाइल के हाई-एंड प्रोसेसर पर हीट सिंक न लगा रहे।
- चार्जिंग के समय मोबाइल के आसपास रेडिएशन हाई रहता है।
- इस कारण बैटरी गर्म हो जाती है। इसलिए यह चार्जिंग के वक्त बात करने पर ब्लास्ट हो सकती है।
- यूजर्स की गलतियों की वजह से भी बैटरी ओवरहीट होकर फट जाती है।
- बैटरी के सेल डेड होते रहते हैं, जिससे फोन के अंदर के केमिकल्स में चेंजेस होते हैं और बैटरी फट जाती है।
मोबाइल फोन फटने से बचने के उपाय
- फोन पर ढेर सारी एप्प डाउनलोड न करे
- तकिये के नीचे रखकर न सोये
- गर्मी में बंद कार के अन्दर मोबाइल न छोड़े
- लगातार 2-3 घण्टे से ज्यादा देर तक बात न करे
- डुप्लीकेट चार्जर से फोन चार्ज न करे
- चार्जिंग लगा कर फोन पर कोई काम न करे
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